आने वाले दिनों में नोएडा-ग्रेटर नोएडा दिल्ली एनसीआर के सबसे एडवांस सुविधाओं वाले शहरों में शामिल होने जा रहे हैं. इसलिए सरकार नोएडा में सुविधाओं से लेकर नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट तक लोगों को बेहतर कनेक्टिविटी देने के लिए नई-नई परियोजनाएं लेकर आ रही है. इसी कड़ी में सरकार नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट को ग्रेटर नोएडा के परी चौक तक कनेक्टिविटी के लिए अब पॉड टैक्सी की जगह लाइट रेल चलाने की तैयारी कर रही है. लाइट रेल सामान्य रेलों से थोड़ी अलग होगी, आइए जानते हैं इसके बारे में..
योगी सरकार की ओर से एलआरटी (लाइट रेल ट्रांजिट) की रिपोर्ट तैयार कराई जा रही है. यमुना प्राधिकरण ने सीमेंस व इंडियन पोर्ट रेल एंड रोपवे कारपोरेशन लिमिटेड को रिपोर्ट तैयार करने की जिम्मेदारी सौंपी है. 30 जून तक रिपोर्ट प्राधिकरण को सौंप दी जाएगी. लाइट रेल चलने से दोनों शहरों के बीच आवाजाही तो आसान होगी ही एयरपोर्ट तक बेहतर कनेक्टिविटी भी मिलेगी.
ये भी पढ़ें
पॉड टैक्सी नहीं, चलेगी लाइट ट्रेन
यमुना प्राधिकरण ने नोएडा एयरपोर्ट से फिल्म सिटी तक पहले पॉड टैक्सी चलाने की योजना को आगे बढ़ाया था लेकिन बाद में शासन ने पॉड टैक्सी परियोजना की लागत, सीमित क्षमता, खर्च को देखते हुए इसे ठंडे बस्ते में डाल दिया था. यमुना प्राधिकरण के सीईओ डॉ. अरुणवीर सिंह का कहना है कि नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट से ग्रेटर नोएडा के परी चौक तक लाइट ट्रेन चलाने के लिए रिपोर्ट तैयार कराई जा रही है. यह तीस जून तक तैयार हो जाएगी. इसके बाद आगे की प्रक्रिया को बढ़ाया जाएगा.
यहां बनेगा एलआरटी का ट्रैक
यमुना एक्सप्रेस वे के समानांतर साठ मीटर चौड़ी सड़क के किनारे एलआरटी का ट्रैक तैयार किया जाएगा. साठ मीटर चौड़ी सड़क यमुना एक्सप्रेस वे के जीरो प्वाइंट से शुरू होकर नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट को जाती है. सड़क के साथ साथ ही लाइट ट्रेन भी चलेगी. ऐसे में सड़क से ट्रेन की कनेक्टिविटी भी बेहतर होगी.
दोनों शहरों में आवाजाही होगी बेहतर
ग्रेटर नोएडा व यमुना प्राधिकरण के सेक्टरों में लाइट ट्रेन के संचालन से आवाजाही बेहद आसान हो जाएगी. यह शहर की आंतरिक परिवहन सेवा के लिए अच्छा विकल्प साबित हो सकेगा.
संचालन खर्च कम
एलआरटी 80 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलती है. स्टील व्हील के कारण ऊर्जा की कम खपत और संचालन खर्च भी कम होगा. अभी विभिन्न देशों में लाइट ट्रेन चल रही है. जबकि पॉड टैक्सी की अधिकतम रफ्तार 40 किमी प्रति घंटा ही है. साथ ही ये महंगी भी होती है.
लाइट ट्रेन को नमो भारत रेल से भी जोड़ने की योजना
गाजियाबाद से ग्रेटर नोएडा वेस्ट होकर नोएडा एयरपोर्ट को कनेक्टिविटी देने के लिए नमो भारत रेल परियोजना भी तैयार की गई है. इसके लिए सर्वे का काम पूरा हो चुका है. प्रदेश सरकार से लागत को लेकर फैसला होने का इंतजार है.
लाइट रेल का रूट बढ़ाने की हो रही मांग
कन्फेडरेशन ऑफ रियल एस्टेट डेवलपर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (क्रेडाई) एनसीआर के अध्यक्ष व गौड़ ग्रुप के सीएमडी मनोज गौड़ का कहना है कि लाइट ट्रेन के संचालन को हरी झंडी मिलते ही, नोएडा, ग्रेटर नोएडा और यमुना सिटी के लाखों निवासी खासे उत्साहित होंगे, चाहे बिल्डर हो, बायर हो या निवेशक. हमारी मांग है कि लाइट ट्रेन के रूट को बढ़ाकर ग्रेटर नोएडा वेस्ट तक लाया जाये जिससे वहां के लाखों लोगों को इसका फायदा मिल सके. वहीं, नोएडा, ग्रेटर नोएडा में जैसे-जैसे परिवहन का दायरा बढ़ रहा है, यहां नए-नए परिवहन के अत्याधुनिक साधन विकसित हो रहे है और नोएडा -ग्रेटर नोएडा हाईटेक सिटी के रूप में उभर रहा है.
प्रॉपर्टी में आने वाला है बूस्ट
ग्रुप 108 के मैनेजिंग डायरेक्टर संचित भूटानी का कहना है कि लाइट ट्रेन के इस नए रूट के बनने से यहां प्रॉपर्टी की मांग में जबरदस्त उछाल आने की उम्मीद है. प्रॉपर्टी की मांग की वजह से रेजिडेंशियल और कमर्शियल प्रॉपर्टी की कीमतें तेजी से बढ़ेंगी. न सिर्फ एंड यूजर बल्कि निवेशकों का भी रुझान पिछले कुछ समय में नोएडा एक्सप्रेस वे और इसके आसपास के इलाकों में काफी बढ़ा है. एसकेए ग्रुप के डायरेक्टर संजय शर्मा का कहना है कि सरकार जेवर एयरपोर्ट को देश के हर हिस्से से शानदार तरीके से जोड़ने की योजना पर लगातार काम कर रही है. लाइट ट्रेन चलने से क्षेत्र में पहले की तुलना में निवेश और बढ़ेगा.
ये भी पढ़ें
Tags: Greater noida news, Indian railway, Noida International Airport, Noida news
FIRST PUBLISHED : June 13, 2024, 17:04 IST


