
जम्मू कश्मीर के लद्दाख में हुए हादसे को लेकर सभी नेताओं ने जताया दुःख। लद्दाख के दौलत बेग ओल्डी इलाके में टैंक युद्ध अभ्यास के दौरान एक जूनियर कमीशंड ऑफिसर समेत सेना के पांच जवान शहीद हो गए।
इस हादसे पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह समेत कई नेताओं ने दुख जताया है। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने शनिवार को सोशल मीडिया एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा, “लद्दाख में नदी पार करते समय हुए दुर्भाग्यपूर्ण हादसे में पांच बहादुर भारतीय सेना के जवानों की जान जाने से मैं बहुत दुखी हूं। हम देश के लिए अपने वीर जवानों की अनुकरणीय सेवा को कभी नहीं भूलेंगे। शोक संतप्त परिवारों के प्रति मेरी हार्दिक संवेदनाएं। दुख की इस घड़ी में पूरा देश उनके साथ खड़ा है.”
वही, अरुणाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री पेमा खांडू ने इस हादसे पर शोक व्यक्त करते हुए लिखा, “यह जानकर बहुत दुख हुआ कि लद्दाख के न्योमा-चुसुल क्षेत्र में वास्तविक नियंत्रण रेखा के पास अचानक आई बाढ़ में पांच सैनिक समेत एक टी-72 टैंक बह गए। हमारे बहादुर सैनिकों की सुरक्षा और कुशलता के लिए प्रार्थना करता हूं.”
इस हादसे पर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने दुख जताते हुए एक्स पर पोस्ट में लिखा, “लद्दाख में एक नदी पार करते समय एक जेसीओ सहित भारतीय सेना के पांच जवानों की जान जाने से बहुत दुखी हूं। इस दर्दनाक त्रासदी के शिकार हुए सैन्य कर्मियों के परिवारों के प्रति हमारी हार्दिक संवेदनाएं। दुख की इस घड़ी में, पूरा देश हमारे वीर सैनिकों की अनुकरणीय सेवा को सलाम करने के लिए खड़ा है.”
लद्दाख हादसे पर कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने सोशल मीडिया एक्स हैंडल पर लिखा, “लद्दाख में लाइन ऑफ कंट्रोल के पास अचानक आई बाढ़ में सेना के पांच जवानों के शहीद होने का समाचार अत्यंत दुखद है। ईश्वर दिवंगत आत्माओं को शांति प्रदान करें। शोक-संतप्त परिवारों के प्रति मरी गहरी संवेदनाएं. हमारे वीर जवानों के इस सर्वोच्च बलिदान के लिए देश सदैव उनका और उनके परिवारों का ऋणी रहेगा.”
यह हादसा टैंक युद्ध अभ्यास के दौरान हुआ। लद्दाख क्षेत्र के लेह शहर से आधिकारिक सूत्रों ने आईएएनएस को बताया कि शुक्रवार को वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) के पास दौलत बेग ओल्डी इलाके में टैंक युद्ध का अभ्यास चल रहा था। इस अभ्यास के दौरान टैंक जिस नदी को पार कर रहे थे, उसके चारो ओर मौजूद ऊंचे इलाकों में अचानक बादल फट गई जिस से वहा बाढ़ आ गई। सूत्रों ने कहा, “अचानक आई बाढ़ से एक टैंक पानी के भीतर ही फंस गया, जिसमें पांच सैनिक शहीद हो गए.”