एडीजी और डीआईजी ने अवैध वसूली का किया भंडाफोड़
नरहीं थाना प्रभारी, चौकी इंचार्ज समेत सभी पुलिसकर्मियों को किया गया सस्पेंड
दो सिपाही समेत 18 लोगों का हुआ चालान
बलिया: यूपी-बिहार बॉर्डर अंतर्गत नरहीं थाने के चर्चित वसूली केंद्र भरौली चौराहा पर एडीजी वाराणसी पीयूष मोरडिया व डीआईजी आजमगढ़ वैभव कृष्ण ने बुधवार की देररात में छापेमारी की। अधिकारियों ने यह कार्रवाई वाहनों से अवैध वसूली, आर्थिक अपराध, शराब, पशु व लाल बालू की तस्करी आदि की शिकायत पर की। मौके से अधिकारियों ने दो पुलिसकर्मी समेत 18 को हिरासत में ले लिया। छापेमारी में मौक से 50 से अधिक मोबाइल, कई बाइक भी पुलिस ने कब्जे में लिया है।
बता दें कि नरहीं थाने में घंटों डीआईजी, एसपी, एएसपी मौजूद रहे व कार्रवाई करने में जुटे रहे।
बता दें कि आधिकारियों ने थाना प्रभारी का कमरा सील कर दिया और पुलिसकर्मियों के बॉक्स को खंगाला। डीआईजी वैभव कृष्ण ने बताया कि छापे में मौके से 37500 नगद बरामद हुआ है। बताया कि नरहीं थाना प्रभारी समेत नौ पुलिसकर्मियों को सस्पेंड किया गया है। यह भी बताया कि अवैध वसूली में संलिप्ततता में कोरंटाडीह चौकी के प्रभारी समेत चौकी के सभी पुलिसकर्मियों को भी सस्पेंड किया गया है। अवैध वसूली में कुल नौ पुलिसकर्मी हैं। सभी के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। दो सिपाही समेत 18 लोगों का चालान किया गया है।
जनपद में पुलिस की उगाही और वसूली का खेल कोई नया नहीं है, लेकिन पहली बार बलिया पुलिस के इस कारनामे से पूरा महकमा शर्मिंदा है। दरअसल डीआईजी आजमगढ़ और एडीजी वाराणसी की संयुक्त रेड में बलिया के नरही थाने को लेकर खुलासा ही ऐसा हुआ है। इसमें अब निलंबन और गिरफ्तारियों का दौर शुरू हो गया है। उत्तर प्रदेश के सीमावर्ती जिले बलिया में पुलिस खुल कर उगाही और वसूली का खेल करती है। अब तक यह बात केवल कही जाती थी, लेकिन अब डीआईजी आजमगढ़ और एडीजी वाराणसी की संयुक्त रेड में यह बात दस्तावेजों में आ गई है। बलिया पुलिस की इस हरकत से पूरा महकमा शर्मिंदा हो रहा है।
अब खुद डीजीपी प्रशांत कुमार ने मामले को संज्ञान में लेते हुए एडीजी वाराणसी को आरोपी पुलिसकर्मियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए है।
एक साथ तीन जगह दी दबिश
बलिया। डीआईजी आजमगढ़ वैभव कृष्णा के मुताबिक चार दिन पहले ऐसी जानकारी आई थी कि बलिया पुलिस के कुछ कर्मचारी भरौली चेकपोस्ट पर उगाही करते हैं। इसके लिए इन पुलिसकर्मियों की विधिवत ड्यूटी लगती है। इस इनपुट के बाद एडीजी वाराणसी और डीआईजी आजमगढ़ की संयुक्त टीम बनी और बुधवार की देररात एक साथ भरौली चेकपोस्ट, कोरंटाडीह पुलिस चौकी और नरही थाने में दबिश दी गई। इस दबिश में दोनों वरिष्ठ आईपीएस खुद भी मौजूद रहे।
सात फीट ऊंची दीवार कूदकर भागे नरहीं एसओ
बलिया। दोनों अधिकारियों ने इस रेड की इतनी गोपनीयता रखी कि इसकी सूचना एसपी बलिया को भी नहीं दी। इस रेड के दौरान भरौली चेकपोस्ट पर उगाही का खेल पकड़ा गया। वहीं चौकी में तो कोई नहीं था, लेकिन चौकी इंचार्ज थाने में नरहीं थाना प्रभारी के सामने उगाही का हिसाब देते देख लिए गए। जैसे ही पुलिसकर्मियों को पता चला कि डीआईजी और एडीजी की टीम ने रेड किया, सभी पुलिसकर्मी थाना छोड़ कर भागने लगे। नरही थाना प्रभारी तो सात फुट ऊंची थाने की चाहरदीवारी कूद कर फरार हो गए।
बलिया प्रकरण -अपडेट

● बलिया अवैध वसूली मामले में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की कार्रवाई जारी।
● पुलिस अधीक्षक और एएसपी बलिया का स्थानान्तरण, प्रतीक्षारत किए गए।
● संबंधित पुलिस उपाधीक्षक (सीओ)- निलंबित
● सीओ, एसएचओ और चौकी इंचार्ज की संपत्ति की खुली विजिलेंस जांच के आदेश।