जेईई एडवांस का रिजल्ट जारी होने के साथ ही सफल छात्र ब्रांच को लेकर सोचने लगे हैं। मेंटर के निदेशक आनंद जायसवाल ने बताया कि ऐसे विद्यार्थी जिनकी ऑल इंडिया रैंक अंडर-100 है, उन्हें टॉप आईआईटी बॉम्बे, दिल्ली, कानपुर, मद्रास में कंप्यूटर साइंस मिलने की संभावना है।
विद्यार्थियों की पहली पसंद देखें तो आईआईटी मुंबई सीएस ब्रांच रहती है, जो कि टॉप-61 पर क्लॉज हो जाती है। इसके बाद दूसरी प्राथमिकता दिल्ली सीएस को छात्र देते हैं। तीसरी में कानपुर और मद्रास की कंप्यूटर साइंस ब्रांच को दी जाती है। 100 से 500 रैंक के मध्य दिल्ली, कानपुर की एमएनसी, उपरोक्त चारों आईआईटी की इलेक्ट्रीकल, खड़गपुर की सीएस मिल सकती है।
500 से एक हजार के बीच टॉप आईआईटी में सीएस ब्रांच 500 से 1000 के मध्य बीएचयू, रुड़की, हैदराबाद, गुवाहाटी की सीएस, मुंबई, दिल्ली, कानपुर की कोर ब्रांच मिलने की संभावना है। 1000 से 4000 के मध्य रैंक प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों को गांधी नगर, इंदौर, रूपड़, मंडी, जोधपुर, धनबाद, पटना, भुवनेश्वर में कंप्यूटर साइंस एवं मुंबई, दिल्ली, कानपुर, खड़गपुर आइआइटी में कंप्यूटर साइंस के अतिरिक्त अन्य ब्रांचें मिलने की संभावना रहती है। वहीं 4000 से 8000 के मध्य रुड़की, गुवाहाटी, खड़गपुर, हैदराबाद, वाराणसी में सिविल, कैमिकल, मेटलर्जी एवं मुंबई, दिल्ली, कानपुर, मद्रास में लोअर ब्रांचेंज, पलक्कड़, तिरुपति, गोवा में सीएस की उम्मीद है।
12 से 17 हजार रैंक पर यहां मिल सकता है मौका
12 से 17 हजार के मध्य रैंक प्राप्त करने वाले छात्र को नई आईआईटी जैसे पलक्कड़, तिरुपति, गोवा, धाड़वाड़, भिलाई, जम्मू की अन्य ब्रांचें मिलने की संभावना रहती है। कैटेगरी अनुसार परिवर्तित होती है।