उत्तरप्रदेश के बलिया जनपद के चितबड़ागांव थाना के कारो गांव के रहने वाले सराफा व्यवसायी आकाश वर्मा को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।आकाश ने खुद के अपहरण की झूठी कहानी बनाई थी। ऐसा उसने कर्ज वापसी से बचने के लिये किया था।इसके साथ ही वह अपने दुकान पर काम करने वाले नाबालिग
बहला फुसलाकर अपने साथ बंधक बनाकर खुद के साथ छिपा लिया था।आकाश ने उधार पेट्रोल पंप खोलने के लिए लिए आठ लाख रुपए का कर्ज लिया था। पुलिस ने आकाश को जेल भेज दिया है।
पुलिस के अनुसार आकाश ने पेट्रोल खोलने के लिए शहर के एक व्यक्ति से आठ लाख रुपए का कर्ज ले रखा था। आठ लाख देने वाले की ओर से जब पैसा वापस करने का दबाव बढ़ने लगा तो आकाश ने खुद के अपहरण किये जाने की झूठी कहानी रची।सुनियोजित तरीके से आकाश ने कर्ज देने वाले को बुधवार की सुबह वाराणसी चलने के लिए चितबड़ागांव रेलवे स्टेशन पर बुलाया।उसने कर्ज देने वेले को बताया कि पेट्रोल पंप का कागज लेने के लिए उन लोगों को वाराणसी चलना है। उसके पहले मंगलवार की शाम को खुद के अपहरण की कहानी रच डाली।आकाश वर्मा ने अपने अपहरण व छिनैती की झूठी कहानी बनाकर अपनी दुकान पर काम करने वाले एक नाबालिग लड़के को उसके घर पर उसके परिजन को बिना सूचना दिये बहला फुसलाकर अपने साथ बंधक बनाकर अपने आप को छिपा लिया था।
आकाश ने जिस व्यक्ति से कर्ज लिया था उसको अपने पेट्रोल पंप में पार्टनर बनाने का झांसा दिया था।इसके साथ ही उसने अपनी दुकान के आसपास के 15 से 20 लोगों से भी पीएम आवास दिलाने के नाम पर 12-12 हजार रुपये लिए थे।
फेफना पुलिस ने आकाश पर गुमशुदगी की झूठी कहानी बनाने।नाबालिग के परिजन को बीना बताए उसे लेकर जाने के मामले में मुकदमा दर्ज किया। सोमवार को चालान कर आकाश को कोर्ट ने उसे जेल भेज दिया
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